नमस्कार किसान साथियों, आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताते है जो आपको एक एकड़ जमीन से बड़ी आसानी से लाखों रुपए कमाकर दे सकती हैं। तो किसान साथियों मैं बोल सकता हूं कि अगेती भिंडी की एक ऐसी फसल है जिससे आप एक एकड़ जमीन में बड़ी आसानी से लाखों रुपए की कमाई कर सकते हो। किसान साथियों आप इस पोस्ट के अंदर अपन बात करेंगे अगेती की भिंडी लगाने का सही समय, किस मिट्टी के अंदर भिंडी की फसल ज्यादा अच्छे से परफॉर्मेंस करती है साथ ही खेत की तैयारी करते वक्त हमें कौन-कौन से खाद उर्वरक अपने खेतों का अंदर देने चाहिए खेत की जुताई कितने बार करना चाहिए साथ ही भिंडी की बुवाई कर रहे हैं तो भिंडी की बुवाई की सबसे बेस्ट विधि कौन सी है अपनानी चाहिए जिससे कि हमारी फसल सबसे पहले बाजार में पहुंचे क्योंकि अगेती भिंडी के अंदर सबसे ज्यादा रेट मिलता है। उसी से लाखों रुपए के कमाई होती है।इसके अलावा बात करेंगे भिंडी के बढ़िया किस्मों के बारे में कौन-कौनसी जिनको लगाकर अच्छा उत्पादन लिया जा सकता है और मंडी के अंदर उनके बढ़िया रेट लिए जा सकते हैं।

समय- तो मेरे जो पिछले कई वर्षों का आगे की भिंडी के अंदर एक्सपीरियंस है अगर आप 20 जनवरी के बाद अपनी फसल लगते हो तो एक तो फसल जैसी 10 12 दिन के अंदर उग जाएगी तब तक फरवरी आ चुकी होगी फरवरी के अंदर टेंपरेचर धीरे-धीरे बढ़ता चला जाएगा आपकी फसल एक बार उगने के बाद फिर वह ग्रोथ पकड़ जाएगी। अगर आप उत्तर भारत के अंदर रहते हो तो भैया 20 जनवरी के बाद आप ओपन फील्ड के अंदर कभी भी आगे की भिंडी की बुवाई कर सकते हो।
मिट्टी- खेतों का अंदर बहुत ताकतवर मिट्टी है मतलब हार्ड एकदम कठोर, चिकनी मिट्टी है या फिर दोमट मिट्टी है अगर आपके खेत हल्के हैं आपके खेत की मिट्टी रेतीली उनके अंदर उपजाऊ क्षमता बहुत कम है आप देसी खाद नहीं डाल सकते तो मेरा आप लोगों से यही निवेदन है कि आप उन खेतों के अंदर भिंडी की बुवाई बिल्कुल मत कीजिए।
जुताई- जब आप जुताई करे तो अच्छे से जुताई करते हैं चार-पांच बार खेत की जुताई करे।
खाद- अब इसके अंदर हम डालेंगे देसी खाद देसी खाद बहुत जरूरी है क्योंकि लंबे टाइम तक अगर आपको भिंडी से उत्पादन लेना है तो खेत के अंदर आपको उर्वरा शक्ति बढ़ानी होगी और ताकतवर बनानी होगी। खेत की मिट्टी के अंदर आपको देसी खाद डालनी होगी कम से कम आप तीन ट्रॉली पर एकड़ के हिसाब से अपने खेत के अंदर सड़ा गला देसी खाद जरुर डाल दीजिए। जो गोबर वाला होता है, बिलकुल सड़ा गला ऐसा नहीं जो नया ताजा खाद होता है।
रासायनिक खाद- उसके लिए आपको एक बैग डीएपी का लेना होगा 1 से 2 बैग आपको सिंगल सुपर फास्फेट लेने होंगे इसके अलावा पूरा एक बैग पोटाश का लेना होगा। इसके अलावा 3 किलो सल्फर भी आप बसल डोज में दे दीजिए।
रोग- भिंडी के अंदर सबसे ज्यादा जो प्रॉब्लम है सबसे ज्यादा खतरनाक बीमारी जो आती है उनकी जड़ों के अंदर गांठ वाली आता जिसको निमेटोड बोलते हैं अब निमेटोड को अगर आप शुरू में कंट्रोल करना चाहते हो तो उसके प्रोफेशन के लिए आपको जब हम यह बेसन डोज में खाते दे रहे हैं उन्हीं के साथ आपको लगभग 5 किलो फंगसाइड इन सबको डालकर अपने खेत के अंदर कल्टीवेटर निकाल दीजिए फिर पट्टा लगा दीजिए।
बिजाई- हम किस विधि से भिंडी की बिजाई करें तो भैया सबसे बेस्ट मेड विधि। आप मेड निकाल लीजिए। मेड से मेड की जो दूरी है ना वह कितने रखती है देखिए अभी जो हम यह आगे की भिंडी बो रहे हैं ना इसके अंदर पौधे के जो पत्ते हैं इतने ज्यादा चौड़े नहीं होते हैं इसके अंदर हमें एक पौधे से दूसरे पौधे की जो दूरी है ना वह थोड़ी कम रखती है तुलना में जो बरसात वाले सीजन में भिंडी बाय होती है उनसे एक बेड से दूसरे बेड के जो दूरी है ना वह आप एक फिट रखिए एक बीज से दूसरे बीच की जो दूरी रखती नापन को वह 4 से 6 आप रख सकते हो।
आगे जब लू चलेगी, गर्म हवाएं चलेंगे उसमें क्या होगा हमारे खेत में अगर ज्यादा पौधे होंगे ना तो पौधों की वजह से एक तो नीचे जमीन में छाया होगी हम जब सिंचाई करेंगे तो वह जो सिंचाई जो नमी है ना वह ज्यादा दिन तक हमारे खेतों को अंदर ठहर पाएगी और लू का प्रभाव बहुत कम होगा दूसरा क्योंकि हम आगे की भिंडी की बुवाई कर रहे हैं इसके अंदर पौधे की जो ग्रंथ है ना वह बरसात की तुलना में कम होती है
पौधे जब आपका लगभग 1 फीट का होता है उसी टाइम पर इसके अंदर फूल और फल बनने शुरू हो जाते है।
बीज – आपको एक तो बीजदर ज्यादा रखना है एक बीज से दूसरे बीज की जो दूरी है ना वह बरसात की तुलना में कम रखती है मतलब 4 से 6 इंच रखनी है।
बेस्ट क्वालिटी के अगर सीट हम अपने खेतों को अंदर लगा देते हैं तो आधी लड़ाई है उसी टाइम पर जीत जाते हैं अब बीज के अंदर देखिए ऐसा है बहुत से बीज है वह 6000से 7000 रुपए किलो है वह ₹1000 किलो ₹2000किलो है आप सबसे पहले तो अपने एरिया के अंदर बढ़िया परफॉर्मेंस देने वाले बीज का प्रयोग करे।
जैसे कि यूपीएल कंपनी का एक आता है राधिका जो सबसे ज्यादा इस टाइम पर जिसकी बुवाई होती है लेकिन सबसे महंगा पड़ता है इसके अलावा नामधारी का NS 862 आता है दूसरा नाम धारी का सोनम आता है यह दोनों जो वैरायटी है ना यह भी बहुत अच्छा परफॉर्मेंस देती है और उनके रेट ज्यादा नहीं होते है। इसके अलावा माही,सिंघम,को कंपनी के भी बीज का प्रयोग कर सकते हो।
आप अपने एरिया के हिसाब से उन बीज सिलेक्शन कीजिए।
बीज उपचार- भिंडी नहीं कोई भी फसल आप अपने खेतों के अंदर बो रहे हो सब्जियों को या फिर परंपरागत कोई भी फसल उसका अंदर आप अगर बिज उपचार कर लेते हो आने वाली जो बीमारीयो से आप शुरू में जंग जीत लेते हो।बुवाई के पूर्व भिंडी के बीजों को 3 ग्राम मेन्कोजेब कार्बेन्डाजिम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित करना चाहिए।
भिंडी को मेड के ऊपरी हिस्से के ऊपर मतलब मेड के टॉप के ऊपर उनको लगाना चाहिए।
सिंचाई करते समय मेड को पूरा नहीं भरना हैं क्योंकि जिस जमीन की मिट्टी है ना वह एकदम सख्त हो जाती है।
सिंचाई- सिंचाई करने के लगभग 15 दिन बाद वह आपके मौसम के अकॉर्डिंग देखना होगा आपको किस तरह का मौसम है उसी हिसाब से आपको दूसरी सिंचाई करनी दूसरी सिंचाई के अंदर भी आपको बिल्कुल हल्का पानी रखना है फिर अभी बी आपको जर्मिनेट हो जाएगा धीरे-धीरे ग्रोथ करता रहेगा कि जब आपकी फसल लगभग 20-25 दिन कीहो जाने पर दूसरी सिंचाई करे।
NPK 19:19:19 का स्प्रे कर देना है शुरुआती बहुत अच्छे से ग्रोथ लेकर चलेगी बहुत जल्द उसके अंदर लगने वाले जो फूल और फल है ना वह आ जाएंगे।
आपके फसल में जल्दी से जल्दी बाजार के अंदर पहुंच जाएगी जिससे आप बढ़िया रेट ले सकते हो और साथ ही आप एक बीगे जमीन से लाखों रुपए कमा सकते हो।